आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड ने मनाया सफलता का जश्न — डॉ. होमी भाभा बालवैज्ञानिक प्रतियोगिता 2025 में उसके 11 छात्रों ने गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीतकर रचा इतिहास
मुंबई के दो छात्रों ने क्रमशः गोल्ड और सिल्वर मेडल जीते

मुंबई, : टेस्ट प्रिपरेटरी सेवाओं में अग्रणी आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (AESL) ने घोषणा की है कि उसके 11 होनहार छात्रों ने डॉ. होमी भाभा बालवैज्ञानिक प्रतियोगिता (DHBBVC) 2025 की अंतिम परीक्षा में शीर्ष स्थान प्राप्त करते हुए स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक हासिल किए हैं। यह शानदार उपलब्धि छात्रों की असाधारण प्रतिभा और समर्पण को दर्शाती है।
1981 से ग्रेटर बॉम्बे साइंस टीचर्स एसोसिएशन (GBSTA) द्वारा आयोजित की जाने वाली यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता छात्रों में वैज्ञानिक सोच, समस्या-समाधान कौशल और जिज्ञासा को बढ़ावा देती है। यह प्रतियोगिता चार अनूठे चरणों के माध्यम से प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का चयन करती है।
11 छात्रों में से, चेंबूर के आरोन ठक्कर ने स्वर्ण पदक और ₹3000/- की छात्रवृत्ति प्राप्त की, वहीं नवी मुंबई की साक्षी राजेश कोलटे ने रजत पदक और ₹2000/- की छात्रवृत्ति जीतकर संस्थान का नाम रोशन किया। दोनों छात्रों ने परीक्षा के चार कठिन चरणों को सफलतापूर्वक पार कर यह सम्मान प्राप्त किया।
डॉ. एच.आर. राव, प्रमुख शैक्षणिक और व्यवसाय प्रमुख (पश्चिम), AESL ने छात्रों की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा,”डॉ. होमी भाभा बालवैज्ञानिक प्रतियोगिता में मिली यह सफलता न केवल हमारे छात्रों की अकादमिक क्षमता को दर्शाती है, बल्कि उनकी वैज्ञानिक जिज्ञासा, विश्लेषणात्मक सोच और सीखने के प्रति जुनून को भी उजागर करती है। यह उपलब्धि छात्रों की मेहनत, लगन और हमारे शिक्षकों के मार्गदर्शन का प्रतिफल है। हम आकाश में एक मजबूत शैक्षणिक आधार के साथ-साथ छात्रों को पाठ्यपुस्तकों से आगे सोचने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। हमें गर्व है कि हम उनकी सफलता की यात्रा का हिस्सा हैं और भविष्य में भी उन्हें आवश्यक संसाधन और वातावरण प्रदान करते रहेंगे।”
यह प्रतियोगिता कक्षा 6वीं और 9वीं में पढ़ने वाले छात्रों के लिए खुली होती है और इसमें अंग्रेज़ी तथा मराठी दोनों माध्यमों में परीक्षा आयोजित की जाती है। प्रतियोगिता के चार चरण होते हैं – थ्योरी परीक्षा, प्रायोगिक परीक्षा, सामान्य साक्षात्कार, और क्रियात्मक शोध परियोजना पर मूल्यांकन व साक्षात्कार। इसका उद्देश्य छात्रों में वैज्ञानिक सिद्धांतों की समझ, तार्किकता, आपसी संबंध और व्यवहारिक उपयोग को बढ़ावा देना है। प्रश्न मुख्यतः महाराष्ट्र राज्य बोर्ड की विज्ञान पाठ्यपुस्तकों से लिए जाते हैं, साथ ही ICSE, IB और CBSE बोर्ड की सामग्री भी शामिल की जाती है।
शिक्षा में नवीन दृष्टिकोण और अकादमिक उत्कृष्टता के लिए पहचाने जाने वाले AESL मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं, स्कूल/बोर्ड परीक्षाओं, और IOQM, NSEs, NSO, IMO जैसे प्रतिष्ठित ओलंपियाड्स सहित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए व्यापक कोचिंग समाधान प्रदान करता है। देशभर में इसके 315 से अधिक केंद्रों और 4 लाख से अधिक छात्रों के साथ, AESL टेस्ट प्रिपरेशन और शैक्षिक सेवाओं के क्षेत्र में अग्रणी बना हुआ है।




