फोर्टिस हॉस्पिटल मुलुंड की न्यूरोसाइंसेज़ टीम ने मुंबई में 3D स्कल बेस एनाटॉमी एवं एंडोनाज़ल कॉरिडोर वर्कशॉप का आयोजन किया
3D स्कल बेस एनाटॉमी एवं एंडोनाज़ल कॉरिडोर वर्कशॉप का आयोजन

POSTED BY : ANAGHA SAKPAL 14 NOVEMBER 2025📞9004679946
~ स्कल बेस सर्जरी सोसायटी ऑफ इंडिया के सहयोग से आयोजित दो दिवसीय उन्नत शैक्षणिक पहल; 3D एनाटॉमिक सत्र और कैडावेरिक प्रशिक्षण के साथ ~
मुंबई, (NHI.IN) : फोर्टिस हॉस्पिटल, मुलुंड ने न्यूरोसर्जरी विभाग, HBTMC एवं डॉ. आर. एन. कूपर हॉस्पिटल के सहयोग से मुंबई में आयोजित दो दिवसीय एंडोस्कोपिक स्कल बेस सर्जरी वर्कशॉप के सफल समापन की घोषणा की। स्कल बेस सर्जरी सोसायटी ऑफ इंडिया के तत्वावधान में 21 और 22 नवम्बर को आयोजित यह कार्यक्रम, शहर में पहली बार 3D स्कल बेस एनाटॉमी एवं 3D एंडोनाज़ल सर्जिकल कॉरिडोर प्रशिक्षण प्रदान करने वाला शैक्षणिक उपक्रम है, जो न्यूरोसर्जिकल शिक्षा में एक नया मानक स्थापित करता है।
वर्कशॉप का उद्घाटन डॉ. एस. नारायणी, बिजनेस हेड, फोर्टिस हॉस्पिटल्स महाराष्ट्र एवं डॉ. विशाल बेरी, फैसिलिटी डायरेक्टर, फोर्टिस हॉस्पिटल मुलुंड द्वारा किया गया। इस दौरान 3D आधारित स्कल बेस एनाटॉमी की गहन जानकारी, विस्तारित एंडोनाज़ल एप्रोच, जटिल हड्डी संरचनाओं की पहचान, सर्जिकल वीडियो वॉकथ्रू और केस चयन पर पैनल चर्चाएँ आयोजित की गईं। दूसरे दिन वरिष्ठ राष्ट्रीय फैकल्टी के नेतृत्व में कूपर हॉस्पिटल में कैडावेरिक हैंड्स-ऑन प्रशिक्षण सत्र आयोजित हुआ, जिसमें एंडोनाज़ल कॉरिडोर्स, TONES (Transorbital Neuroendoscopic Surgery), क्लाइवल एवं पेट्रोक्लाइवल एप्रोच, कैवर्नस साइनस रणनीतियाँ, मिडिल फोसा पाथवे और स्कल बेस रिकंस्ट्रक्शन पर विशेष ध्यान दिया गया।
कार्यक्रम की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए डॉ. विशाल बेरी, फैसिलिटी डायरेक्टर, फोर्टिस हॉस्पिटल मुलुंड ने कहा, “फोर्टिस मुलुंड लगातार ज्ञान विनिमय और मल्टीडिसिप्लिनरी सहयोग को प्रोत्साहित कर रहा है। यह वर्कशॉप हमारे प्रयासों के अगले चरण का प्रतिनिधित्व करती है, जहां क्लिनिकल उत्कृष्टता, उन्नत तकनीक और संरचित प्रशिक्षण, जटिल स्कल बेस सर्जरी के परिणामों को बेहतर बनाने के लिए एक साथ आते हैं।”
दो दिवसीय वर्कशॉप के आयोजनाध्यक्ष एवं डायरेक्टर – मिनिमली इनवेसिव ब्रेन एंड स्पाइन सर्जरी, फोर्टिस हॉस्पिटल्स मुंबई, डॉ. जयेश सरधारा ने कहा, “उन्नत न्यूरोसर्जिकल प्रशिक्षण, भारत की तृतीयक चिकित्सा सेवाओं को मजबूत करने में अत्यंत महत्वपूर्ण है। 3D एनाटॉमिक एक्सप्लोरेशन, चरणबद्ध तकनीकी प्रदर्शन और कैडावेरिक अभ्यास के संयोजन से हम युवा न्यूरोसर्जनों के लिए वास्तविक शल्य जटिलताओं वाले वातावरण का निर्माण कर रहे हैं, जिससे उनका सर्जिकल आत्मविश्वास उल्लेखनीय रूप से बढ़ता है।”
वर्कशॉप की चेयरपर्सन डॉ. श्रद्धा महेश्वरी ने कहा, “कैडावेरिक प्रशिक्षण स्कल बेस विशेषज्ञता का प्रमुख आधार है। उन्नत 3D लेक्चर्स और विस्तारित एंडोनाज़ल कॉरिडोर मैपिंग के साथ इसे शामिल करने से प्रतिभागियों को एनाटॉमी, ओरिएंटेशन और सर्जिकल निर्णय क्षमता का अधिक व्यापक ज्ञान प्राप्त होता है।”
इस वर्कशॉप में प्रतिष्ठित राष्ट्रीय फैकल्टी का सहयोग प्राप्त हुआ, जिनमें डॉ. सी. ई. देओपुजारी, डॉ. सुरेश संखला, डॉ. अतुल गोयल, डॉ. बी. के. मिश्रा, डॉ. केकी तुरेल, डॉ. रूपेश कुमार, डॉ. दीपक भांगले सहित अन्य विशेषज्ञ शामिल थे। कार्यक्रम को फोर्टिस एवं MCGM नेतृत्व का संरक्षण प्राप्त रहा।



